Relation between linear and angular velocity/Speed/Velocity/Acceleration from basic for 10th/12th and other exam physics
➤रखिये वेग तथा कोणिय वेग में समबन्ध , V = r 𝛚
➤चाल(Speed) -
चाल एक अदिश राशि है।
इसका मात्रक m /s होता है। बिमा [𝐌𝐋𝐓-1 ] होता है।
चाल = दुरी ➗ समय
➤वेग (Velocity ) -
यह एक अदिश राशि है।
इसका मात्रक m /s होया। बिमा [ 𝐌𝐋𝐓-1 ]
वेग = विस्थापन ➗ समय
➨प्रारम्भिक वेग -
जिस वेग से वस्तु चलना प्रारम्भ करती है, उसे प्रारम्भिक वेग कहते है।
इसे 𝓤 से दिखते है।
यदि कोई वस्तु विराम आवस्था से चलना प्रारम्भ की है तो उसका प्रारम्भिक वेग 𝓤 = 0 होता है।
➨अंतिम वेग -
ये किसी वस्तु के गति प्रारम्भ होने के बाद के स्थिति को दर्शाता है। यदि कोई वस्तु रुक गई है तो उसका अंतिम वेग 𝓥 होता है
➤त्वरण (Acceleration ) -
वेग परिवर्तन की दर को त्वरण कहते है।
यह अदिश राशि है। इसका मात्रक 𝒎 /𝒔 2 होता है।
बिमा [𝑴𝑳𝑻-2]
यदि चाल नियत (fixed ) है तो त्वरण शून्य होगा।
नोट - वृतिय पथ पर चाल नियत होने के वायजूद वेग परिवर्तन होते रहता है जिस कारण त्वरण होता है।
𝐚 = 𝐮 -𝐯 ➗ 𝐭
जब त्वरण वेग को बढ़ाता है तो इस स्थिति में वह धनात्मक होता है और उसे त्वरण कहते है।
और जब त्वरण के कारण वेग घटता है तो उसे मंदन (ऋनात्मक ) कहते है।
➤गति से संबंधित गैलिलियो का नियम -
१) 𝒗 = 𝒖➕ 𝒂𝒕 २) 𝒔 = 𝒖𝒕 ➕ 1➗2 𝒂𝒕² ३) 𝒗²= 𝒖² ➕ 2𝒂𝒔 ४) 𝓢t = 𝒖 ➕ 𝒂➗ 2 (2 t - 1 )
जहां 𝒂 = त्वरण , 𝒕 = समय , 𝒔 =दुरी , 𝒖 = प्रारम्भिक वेग , 𝒗 =अंतिम वेग
By prashant
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