about tharmameter/pyrometer/absolute temp./absolute zero temp./from basic/for 10th/12th/ssc/railway/other exam./physics
➤ थर्मामीटर-
तापमान को मापने के विभिन्न प्रकार के थर्मामीटर का प्रयोग किया जाता हैं।
सेल्सियस (℃) थर्मामीटर को ब्यवसाईक, फॉरेन हाईट (℉) थर्मामीटर को डॉक्टर तथा केल्विन (K) को वैज्ञानिक थर्मामीटर कहते हैं।
थर्मामीटर न्यूनतम अधिकतम
सेल्सियस (℃) 0 100
फॉरेन हाईट (℉) 32 212
केल्विन (⁰K) 273 373
रोमर (⁰R) 0 80
➤ चारो थर्मामीटर में सम्बन्ध -
थर्मामीटर - minimum C - 0 F - 32 K - 273 R - 0
Range (max. - min.) 100 -0 212 - 32 373 - 273 80 - 0
C F - 32 K - 273 R
100 180 100 80
चारो पक्षों के हर में 20 से भाग देने पर - C F - 32 K - 273 R
5 9 5 4
➤ विभिन ताप मापी तथा उनका परास (Range)-
थर्मामीटर बनाने का पहला प्रयास गैलीलियो ने किया किन्तु ब्यवहारिक रूप वाला थर्मामीटर फॉरेन हाईट ने बनाया।
A ) द्रव तापमापी - इस थर्मामीटर में द्रव भरा रहता हैं। समान रूप से इसमें पारा भरा होता है क्योकि पारा तापमान बढ़ने से आसानी से प्रसारित होता हैं किन्तु ठंडे प्रदेशो में पारा के स्थान पर अल्कोहल का प्रयोग करते है क्योकि अलकोहल जल्दी जमता नहीं हैं।
पारा से = (- 39⁰C to 357⁰C )
अल्कोहल से = ( - 115⁰C to 78⁰C)
B ) गैस तापमापी - इसमें गैस का प्रयोग किया जाता हैं। गैस तापमापी तापमान में हुए छोटे परिवर्तन को अच्छे से नहीं दर्शाता हैं।
यह तीन प्रकार का होता है-
Hydrogen(H₂) = -200⁰C से 500⁰C
Nitrogen (N ) = -200⁰C से 1500⁰C
Hellium (He) = -200⁰C से कम तापमान को
C ) प्लेटेनियम प्रतिरोध तापमापी -
इसमें प्लेटेनियम धातु का प्रयोग किया जाता हैं। यह -200⁰C से 1200⁰C तक ताप माप सकता हैं।
D ) तापयुग्म तापमापी -
यह सीबैक प्रभाव पर आधारित रहता हैं। यह -200⁰C से 1600⁰C तक ताप माप सकता हैं।
E ) पूर्ण विकिरण उत्तमपि (pyrometer)-
इसमें तापमान मापने के लिए वस्तु को सम्पर्क में नहीं लाना होता हैं। यह कम से कम 800⁰C तापमान मापता हैं। इसका कोई अधिकतम सिमा नहीं हैं। सूर्य तथा तारो का तापमान इसी से मापा जाता हैं।
मानव शरीर के लिए 25⁰C तापमान, 60% आद्रता, तथा लगभग 2 m/min वायु का वेग सबसे उत्तम होता हैं। इन तीनो स्थितियों को AC (Air Condition) नियंत्रित करता हैं।
कूलर तापमान तथा आद्रता को नियंत्रित करता हैं किन्तु वायु के वेग को नियंत्रित नहीं करता हैं।
पंखा तापमान को नियंत्रित करता हैं किन्तु आद्रता तथा वायु के वेग को नियंत्रित नहीं करता हैं।
AC की छमता को टन में मापते हैं। एक टन = 1600 वार्ड
फ्रिज तथा वाशिंग मशीन की छमता को लीटर में मापते हैं।
फ्रिज (रेफ्रेजनेटर) में खाद्य समाग्री को 4⁰C पर रखते हैं।
AC तथा फ्रिज में प्रशीतक के रूप में अमोनिया तथा फ़्रियन -12 का प्रयोग करते हैं।
यदि किसी फ्रिज के दरवाजे को खोल दिया जाये तो कमरे का तापमान बढ़ जायगा।
बंद कमरे में पंखा चलाया जाये तो गतिज ऊर्जा उष्मीय ऊर्जा में बदल जायगी और कमरे का तापमान बढ़ जायगा।
➤ परम् ताप ( Absolut temp.)-
जब किसी वस्तु के तापमान को केल्विन में मापते है तो उसे परम् ताप कहते हैं।
➤ परम् शून्य ताप (Absolut zero temp.)-
यह सिधांतिक रूप से न्यूनतम सभव ताप हैं। इस तापमान पर पहुंचा नहीं जा सकता।
0⁰K या -273.15 ⁰C तापमान को परम् शून्य ताप कहते हैं। इस तापमान पर वायु की गति ऊर्जा तथा वेग शून्य हो जाएगा।
इस तापमान पर जल, ठोस, द्रव तथा गैस (त्रक बिंदु ) तीनो आवस्था में होगा।
By Prashant
Very good
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