about motion/गति/distance/दुरी/displacement/विस्थापन/angular velocity/कोणीय वेग/speed/चाल/acceleration/त्वरण /गति से संबंधित गैलिलियो का नियम for railway/ssc/defence/navey/airforce/points to points/ physics-87

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  गति , दुरी  और विस्थापन

➤गति(Motion)-
 
जब किसी वस्तु के स्थिति में समय के सापेक्ष परिवर्तन देखा जाता है तो उसे गति कहते है।

➤दुरी(Distance)- 

दो बिंदुओं के बिच के  लम्बाई को दुरी कहते है। यह एक अदिश राशि है। यह कभी भी शून्य नहीं हो सकती। इसका मात्रक मीटर  तथा बिमा लम्बाई होता है।

Note - जब कोई वस्तु वृतीय मार्ग पर गति करती है तो उसके द्वारा तैय की गई दुरी , d = 2𝛑 r n , जहां n चकरो की सखया है।

विस्थापन(Displacement)-
 
दो बिंदुओं के बिच के न्यूनतम दुरी को विस्थापन कहते है। यह सदिश राशि है। यह धनात्मक ,ऋणात्मक तथा शून्य हो सकता है।





           दुरी ≥ विस्थापन 

   ➤कोणीय  वेग (Angular Velocity) - 

किसी वृतिय पथ पर 𝚹 कोण घूमने में लगा समय कोणिय वेग कहलाता है।
अर्थात 𝚹 कोण के दर को कोणिय वेग कहते है।

𝛚 = 𝚹 ➗ t  or 𝝎 = 360 ➗ t  or 𝛚 = 2𝞹➗ t


 रखिये  वेग तथा कोणिय वेग में समबन्ध , V = r 𝛚


➤चाल(Speed) - 

चाल  एक  अदिश  राशि  है। 
 इसका  मात्रक  m /s  होता  है।  बिमा  [𝐌𝐋𝐓-1 ] होता  है। 
 चाल  = दुरी  ➗ समय 

➤वेग (Velocity ) - 

यह  एक  अदिश  राशि  है।  
 इसका  मात्रक  m /s  होया।  बिमा  [ 𝐌𝐋𝐓-1 ]
वेग  = विस्थापन  ➗ समय 

➨प्रारम्भिक  वेग  - 

जिस  वेग  से  वस्तु  चलना  प्रारम्भ  करती  है, उसे  प्रारम्भिक  वेग  कहते  है।  
इसे  𝓤 से दिखते  है।  

यदि  कोई  वस्तु  विराम  आवस्था  से  चलना  प्रारम्भ  की  है  तो  उसका  प्रारम्भिक  वेग  𝓤 = 0 होता  है। 


➨अंतिम  वेग  - 

ये  किसी  वस्तु  के गति  प्रारम्भ  होने  के बाद  के  स्थिति  को  दर्शाता  है।  यदि  कोई  वस्तु  रुक  गई  है  तो  उसका  अंतिम  वेग  𝓥 होता  है

➤त्वरण (Acceleration ) - 

वेग  परिवर्तन  की दर  को  त्वरण  कहते  है।  
 यह  अदिश  राशि  है।  इसका  मात्रक  𝒎 /𝒔 2  होता  है। 
   बिमा [𝑴𝑳𝑻-2]
  यदि  चाल नियत (fixed ) है तो त्वरण शून्य होगा। 

नोट - वृतिय पथ पर चाल नियत होने के वायजूद वेग परिवर्तन होते रहता है जिस कारण त्वरण होता है। 
                
                     𝐚 = 𝐮 -𝐯 ➗ 𝐭

जब त्वरण वेग को बढ़ाता है तो इस स्थिति में वह धनात्मक होता है और उसे त्वरण कहते है। 
और जब त्वरण के कारण वेग घटता है तो उसे मंदन (ऋनात्मक ) कहते है। 


➤गति से संबंधित गैलिलियो का नियम - 

१) 𝒗 = 𝒖➕ 𝒂𝒕    २) 𝒔 = 𝒖𝒕 ➕ 1➗2 𝒂𝒕²  ३) 𝒗²= 𝒖² ➕ 2𝒂𝒔  ४) 𝓢t  = 𝒖 ➕ 𝒂➗ 2 (2 t - 1 )
जहां 𝒂 = त्वरण , 𝒕 = समय , 𝒔 =दुरी , 𝒖 = प्रारम्भिक वेग , 𝒗 =अंतिम वेग                            

                                                   

 By Prashant

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