cohensive force and adhensive force/from basic/for 10th/12th/ssc/railway/other exam/in hindi language/physics
➤ससंजक बल(cohensive force)-
समान अणुओ के बिच लगने वाले आकर्षण बल को ससंजक बल कहते है।
जैसे- दूध तथा दूध आपस में ससंजक बल के कारण जुड़े रहते हैं।
ससंजक बल सर्वाधिक - ठोस> द्रव > गैस
➤अससंजक बल(adhesive force)-
अलग-अलग अणुओ के बिच लगने वाला आकर्षण बल अससंजक बल कहलाता है।
अससंजक बल का मान अधिक होगा तो ही एक वस्तु दूसरे वस्तु को भीगा पायेगी या उसमे घुल पायेगी।
जैसे- दूध पानी का मिस्रण अससंजक बल के कारण सम्भव है।
यदि अससंजक बल का मान कम रहा तो एक वस्तु दूसरे वस्तु को नहीं भीगा पायेगी।
जैसे- कंदा/अरुई के पता पर पानी नहीं रूकती हैं।
काच पर लिखना मुश्किल होता है, जिस कारण HF(Hydrogencloride) का प्रयोग करते है क्योकि काच HF में घुलनशील हैं।
अधिक देर तक किसी वस्तु को चिपकाने के लिए अससंजक बल को बढ़ा देते हैं।
जैसे- लैकमी का लिपिस्टिक, ऑयकोणिक का काजल,परमानेंट मारकर
यदि दो चिपकी हुई वस्तु को छुड़ाना हो तो अससंजक बल को कम करना होगा, इसे कम करने के लिए कॉलिन या थिनर का प्रयोग करते हैं।
अससंजक बल के मान को बढ़ाने के लिए पेंट में तारपीन का तेल मिलाया जाता हैं।
पारा सीसा को नहीं भीगा पाता क्योकि उसका ससंजक बल अधिक तथा अससंजक बल कम होता हैं।
ब्रश को भिगाने पर वह चिपक जाता हैं क्योकि उसका पृष्ठ तनाव बढ़ जाता हैं।
By Prashant
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