about concave mirror/condition of concave mirror/how to make picture when reflection on concave mirror of any objects on pole/center/focus/from basic/physics-58
➤ अवतल दर्पण से प्रतिबिम्ब बनाने के लिए शर्त
➤( Condiation of Cancave Mirror)-
1) किरणों को हमेशा बाई ओर से लगाए।
2) अनंत से आने वाली किरण मुख्य अक्ष से समानांतर आती हैं।
3) प्रतिबिम्ब बनाने के लिए किन्ही दो किरणों की आवश्यकता होगी।
4) एक किरण को मुख्य अक्ष के समान्तर लाएंगे तथा दूसरी किरण को ध्रव पर लाएंगे।
5) अक्ष के ऊपर बनने वाला प्रतिबिम सीधा तथा निचे बनने वाला उल्टा होता हैं।
नोट-1) जब प्रतिबिम्ब केंद व पोल के बिच बनेगा तो वह छोटा बनेगा।
2) जब प्रतिबिम्ब वक्रता केंद पर बनेगा तो वस्तु के बराबर बनेगा।
३) जब प्रतिबिम्ब वक्रता केंद तथा अनंत के बिच बनेगा तो वह वस्तु से बड़ा बनेगा।
1) जब वस्तु अनंत पर है तो उसका प्रतिबिम्ब -
इस स्थिति में प्रतिबिम्ब बिंदुवत(छोटा), वास्तविक, उल्टा, तथा फोकस पर बनता हैं।
2) जब वस्तु अनंत तथा वक्रता केंद के बिच हो तो-
इस स्थिति में प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा, वस्तु से छोटा तथा फोकस व वक्रता केंद के बिच बनता हैं
3) जब वस्तु वक्रता केंद पर हो तो -
इस स्थिति में प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा, वस्तु के बराबर तथा वक्रता केंद पर बनेगा।
4) जब वस्तु वक्रता केंद तथा फोकस के बिच हो तो-
इस स्थिति में प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा, वस्तु से बड़ा तथा वक्रता केंद व अनंत के बिच बनता हैं।
5) जब वस्तु फोकस पर हो तो-
इसस्थिति में प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा, वस्तु से बड़ा तथा अनंत पर बनता हैं।
6) जब वस्तु फोकस व ध्रुव के बिच में हो तो-
इस स्थिति में प्रतिबिम्ब आभासी, सीधा, वस्तु से बड़ा तथा दर्पण में बनता है।
जिस कारण V धनात्मक होगा।
➤अवतल दर्पण की विशषताए -
(Importants of cancave mirror)
1) यह किरणों को एक पास लाता है, अथार्त यह अभिसारी (Conversing) होता हैं।
2) गरियो के हेडलाइट, टॉर्च, सोलर कुकर, ENT (कान, नाक, गाला ) को देखने में डाक्टर अवतल दर्पण का प्रयोग करता हैं।
By Prashant
Comments
Post a Comment