about friction from basic in hindi language for 10th/12th/other exam. physics
घर्षण(friction) - घर्षण एक प्रकार का बल है जो हमेशा गति का विरोध करता है , जिस कारण यह गति के विपरीत कार्य करता है।
घर्षण के कारण मशीनों में घिसावट होती है और हम चल पाते है। घर्षण को कम करने के लिए कई उपाय है -
1) सर्पी घर्षण को लोटनी घर्षण में बदल दे
2) सतह पर पॉलिश कर दे
3) वस्तु को एक विशेष आकार प्रदान करना
4) सनेहक मिला देना , जैसे - मोबिल , ग्रीश , तेल , ग्रेफाइट , ग्रेसलीन , पाउडर , थूक आदि
नोट - घर्षण बल के तल के क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करता है बल्कि यह तल के प्राकृतिक पर निर्भर करता है।
- यदि तल ऊबर-खाबर(खुदरा)है तो घर्षण अधिक लगेगा।
बर्फ पर घर्षण कम होने के कारण चलना कठिन होता है।
गति > घर्षण
घर्षण के प्रकार - स्थैतिक घर्षण > सर्पी घर्षण > लोटनी घर्षण
घर्षण गुणाक - इसे 𝞵 से दिखते है। 𝞵 का कोई भी विमा तथा मात्रक नहीं होता है।
𝙁 = 𝞵𝙍 or 𝞵 = 𝟊➗𝐑 ,
घर्षण गुणाक तथा घर्षण कोण में संबन्ध - 𝞵= tan𝞠 , 𝞠 = घर्षण कोण
घर्षण गुणाक के स्थिति में किसी वस्तु के रुकने में लगाया गया समय 𝙩 हो तथा वेग 𝙫 हो तो -
𝙩 = 𝙫 ➗ 𝞵𝙜
घर्षण गुणाक के स्थिति में किसी वस्तु को रुकने से पहले तैय की गई दुरी यदि 𝐬 हो तथा वेग 𝐯 हो तो -
𝐬 = 𝐯² ➗ 2𝞵𝐠
सीमांत घर्षण - स्थैतिज घर्षण का वह अधिकतम मान जिसमे थोड़ा सा भी वृद्धि करने पर चल परे सीमांत घर्षण कहलाता है।
By Prashant
Comments
Post a Comment