surface tension/from basic/for 10th/12th/ssc/railway/other exam./in hindi language/ physics
पृष्ठ तनाव (surface tension)-
यह द्रवों का एक विषेस गुण होता है, जिस कारण वह अपना क्षेत्रफल कम से कम रखना चाहता हैं. जिस कारण द्रव की स्वतंत्र बून्द गोल रूप ले लेती हैं।
इसका मात्रक N/m तथा joule/m²
पृष्ठ तनाव = बल ➗लंबाई
- तापमान बढ़ाने पर पृष्ठ तनाव घट जाता है और वह द्रव पुरे सतह पर पतला होकर फैल जाता हैं।
जैसे - गर्म खाना स्वादिष्ट होता है क्योकि ताप बढ़ने पर पृष्ठ तनाव फैल जाता हैं।
- गर्म पानी से कपड़ा जल्दी साफ होता हैं।
- एस्प्रे/परफूम की बून्द गोल होती हैं क्योकि उसका पृष्ठ तनाव अधिक रहती है जिस कारण वह ठण्डा लगता हैं।
अशुद्धि मिलाने पर पृष्ठ तनाव घट जाता है-
जैसे- नाली के पानी में किरोसिन मिलाने पर मच्छर दुब जाता हैं।
- डिटर्जेंट(सर्फ) मिलाने से पृष्ठ तनाव घट जाता हैं, और कपड़ा जल्दी साफ होता हैं।
नोट- सुई , ब्लेड , मच्छर , कपूर द्रव के ऊपर पृष्ठ तनाव के कारण तैर जाते हैं।
- धातुओं की बेल्डिंग गर्म कर के की जाती है जो पृष्ठ तनाव का कारण हैं।
नोट - पृष्ठ तनाव का गुण ससंजक बल के कारण होता हैं।
By Prashant
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