Work/energy /power/ from basic for 10th/12th/ all exam in hindi language/ physics

 Click here for Biology


कार्य(Work)-  बल तथा विस्थापन के अदिश गुणन को कार्य कहते है।

𝐖 = 𝐅𝐒𝙘𝙤𝙨𝜭 , जहां - 𝑭= बल , 𝑺= विस्थापन , 𝑾= कार्य

इसका मात्रक 𝒌𝒈𝒎²/𝒔² तथा विमा [𝐌𝐋²𝐓⁻¹] होता है।

कार्य का मात्रक joule भी होता है , 𝐂𝐆𝐒 पद्धति में कार्य को आर्ग में मापा जाता है।
1joule = 10⁷ आर्ग ,     1आर्ग = 10⁻⁷ joule 

➤ यदि विस्थापन शून्य हो जाएगा तो कार्य भी शून्य हो जाएगा--

जैसे - दीवाल पर बल लगाने पर यदि दीवाल नहीं खिसका , बोझा लेकर खड़ा हुआ कोई व्यक्ति , समान लेकर उसी स्थान पर लौट आया कोई व्यक्ति इन तीनो स्थिति के कार्य शून्य होगा।

यदि 𝜭 का मान 𝟵𝟬⁰ हो तो कार्य शून्य होगा ---
जैसे - कुली द्वारा किया गया कार्य , किसी मजदूर द्वारा बोझ  लेकर सीढ़ी पर चढ़ना इन स्थिति में कार्य शून्य रहता है।

ऊर्जा(energy) - कार्य करने को क्षमता को ऊर्जा कहते है।

 इसका मात्रक 𝐤𝐠𝐦²/𝙨² तथा विमा [𝐌𝐋²𝐓⁻²] होता है।

ऊर्जा कई प्रकार के होती है -

गतिज ऊर्जा , यांत्रिक ऊर्जा , विधुत ऊर्जा , रासायनिक ऊर्जा etc

a) स्थितिज ऊर्जा(potential energy) -  अपने स्थिति के कारण उत्पन हुई कार्य करने की क्षमता को स्थितिज ऊर्जा कहते है।  इसका मात्रक joule होता है।
स्थितिज ऊर्जा = 𝐦𝐠𝐡 , जहा 𝐦 = mass , 𝐡 = height , 𝐠 = gravity

स्थितिज ऊर्जा का मान ऊचाई बढ़ने के साथ-साथ बढ़ता है जिस कारण पानी की टंकी को ऊपर रखा जाता है।
नोट - बांध द्वारा रुके पानी में स्थितिज ऊर्जा होती है , बांध के निचले तल पर पानी का दाब अधिक रहता है जिस कारण बांध की निचली दीवाल अधिक चौरी होती है।

question- 5 kg का एक पंखा 5 मीटर के ऊचाई पर लगाया गया है, उसकी स्थितिज ऊर्जा क्या होगा।
                   P. E = mgh ,   P. E  = 𝟧✕𝟣𝟢✕𝟧 = 𝟤𝟧𝟢 joule

स्थितिज ऊर्जा के दैनिक उदाहरण - 

छत से लटका पंखा, तनी हुई डोरी/spring ,बांध/तलाब में रुका जल, तना हुआ धनुष, चाभी वाली घड़ी,सोफा etc

गतिज तथा स्थितिज ऊर्जा दोनों का साथ में अनुभव - 

चलता हुआ पंखा, स्टेज पर चलता हुआ कोई व्यक्ति, उरटा हुआ विमान, चलती गारी में बैठा व्यक्ति।

b) गतिज ऊर्जा(kinetic energy) - अपनी गति के कारण कार्य करने की उत्पन क्षमता गतिज ऊर्जा कहलाती है।
गतिज ऊर्जा = 𝟣÷𝟤𝙢𝙫²  , जहां ,  m = mass , v = वेग 

यदि किसी वस्तु के वेग में जितना परिवर्तन किया जायेगा उसके वर्ग के बराबर परिवर्तन गतिज ऊर्जा में होगा।
जैसे - वेग को 9 गुना बढ़ाने पर गतिज ऊर्जा 81 गुना बढ़ेगा।

गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा के योग को यांत्रिक ऊर्जा कहते है।  

गतिज ऊर्जा तथा संवेग में सम्बन्ध -  𝐾. 𝐸 = 𝑃²/2 𝓂

जब संवेग में परिवर्तन प्रतिशत में दिया हो तो गतिज ऊर्जा में प्रतिशत वृद्धि
 = वृद्धि➕वृद्धि➕वृद्धि ✖वृद्धि/100 

c) शक्ति(power)- एक सेकेण्ड में किया गया कार्य ही शक्ति कहलाता है।

 शक्ति = watt ➗ time,  = joule ➗ second  , वाट = कार्य ➗समय
यह अदिश राशि तथा विमा [𝐌𝐋²𝐓⁻³] होता है।

नोट - किसी व्यक्ति द्वारा ऊचाई पर चढ़ने में या गहराई में किया गया कार्य स्थितिज ऊर्जा के बराबर होती है।

question - एक मशीन द्वारा एक मिनट में 3600 j कार्य किया जाता है , शक्ति क्या होगा।
        power  = 3600 ➗ 60 = 60 watt

question - एक वस्तु के संवेग में 60 प्रतिशत का वृद्धि किया गया है तो गतिज ऊर्जा निकाले।
             60➕ 60➕ 60✖ 60 ➗100  = 156 j


By Prashant



Comments

Popular posts from this blog

about motion/गति/distance/दुरी/displacement/विस्थापन/angular velocity/कोणीय वेग/speed/चाल/acceleration/त्वरण /गति से संबंधित गैलिलियो का नियम for railway/ssc/defence/navey/airforce/points to points/ physics-87

about projectile motion/force/newton's motion law railway/ssc/defence/state exam./10th/12th/points to points/physics-83

about tharmameter/pyrometer/absolute temp./absolute zero temp./from basic/for 10th/12th/ssc/railway/other exam./physics