about engine, external combusion /enternal combusion engine,four stock/two stock/engine,ABS/EBD/BA etc physics
➤Engine-
उष्मीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता हैं।
इंजन को जिस स्थान से उष्मा प्रदान होती हैं उसे source कहते हैं। source द्वारा प्राप्त ऊष्मा को इंजन आगे की ओर भेजता है ताकि कार्य किया जा सके source के बाद इंजन जिस स्थान पर ऊष्मा को भेजता है उसे sink (मोरी) कहते हैं।
माना source द्वारा ऊष्मा Q₁ तथा मोरी को भेजी गई ऊष्मा Q₂ है और इंजन की दक्षता 𝖞
𝖞 = ( Q₁ ➖ Q₂)✖ 100
Q₁
तापमान के आधार पर किसी इंजन की दक्षता -
𝖞 = (T₁ ➖ T₂) ✖ 100
T₁
इस शुत्र में तापमान को केल्विन में रखते हैं।
वैसा इंजन जो दोनों दिशा में कार्य करता है उसे उत्क्रमणीय इंजन कहते हैं। जैसे- कार, ट्रैक्टर etc
वैसा इंजन जो सिर्फ एक दिशा में कार्य करता है उसे अन्य-उत्क्रमणीय इंजन कहलाता हैं। जैसे- बाइक , स्कूटर etc
उत्क्रमणीय इंजन अधिक शक्तिशाली होता हैं।
➤वाहय दहन इंजन ( external combusion engine )-
वैसा इंजन जिसमे दहन की क्रिया इंजन के बाहर कराई जाती है उसे वाहय दहन इंजन कहलाती हैं। यह इंजन smooth होता है और कम आवाज करता हैं। जैसे- एक्सट्रीम इंजन
➤आंत्रिक दहन इंजन ( enternal cumbusion eingine )-
इसमें दहन की क्रिया इंजन के अंदर कराई जाती है। इसमें piston , cylender , का प्रयोग होता हैं।
जैसे- पेट्रोल इंजन, डीज़ल इंजन
➤ Cylender -
इसका आकार सिलेंडर के समान का होता है। इसका आयतन cubic centi-meter (CC) में मापते है।
इसमें पिस्टन लगा रहता है जो आसानी से ऊपर निचे धूमता है।
पिस्टन क्रेंक साप्ट पर दबाव लगाता है। क्रेंक साप्ट दबाव को धुर्णन में बदल देता हैं।
जितने सिलेंडर की गारी रहेगी उतना स्पार्किंग प;प्लग रहेगा। सभी सिलेंडर की क्षमता को जोड़कर गारी की क्षमता को CC में निकालते हैं।
➤ Four Stock Engine-
इस इंजन में एक बार ईंधन आने पर (Intake) पिस्टन द्वारा चार स्टॉक लगाय जाते हैं - Intake Stock, Compression Stock, Combusion Stock, Exhous Stock
Exhous के बाद सिलेंडर लगा देते है जो स्टॉक तथा combusion के आवाज को धीमी कर देता हैं। सिलेंडर में आवाज को धीमा करने के लिए मफलर लगाया जाता हैं।
बुलेट बाइक मफलर न होने के कारण आवाज अधिक होता हैं।
नोट- सरको के किनारे ध्वनि प्रदूषण से बचने के लिए पेड़ लगा देते है जिसे ग्रीन मफलर कहते हैं।
➤ Two stock engine-
इसमें एक intake से दो स्टॉक ही लगता हैं।
➤ ABS (Anti-locking Break System)-
जब कभी तेज गति में ब्रेक लगाते है तो गारी का चक्का अचानक रुक जाता है जिस कारण गारी फिसल जाती हैं।
ABS गारी के चक्के को अचानक रुकने नहीं देता है जिस कारण चक्का कभी नहीं फिसलता हैं।
➤ EBD (Electronic Break-force Distributer)-
कार में चार पहिय होते है और सभी समय प्रत्येक चक्के पे समान दाब नहीं लगता हैं, क्योकि सभी सीटे एक साथ नहीं भरी रहती, EBD Break द्वारा उत्पन force को उस ओर अधिक भेजता है जिस ओर भार अधिक रहता हैं। इस चीज के लिए गारी में एक छोटा सेंसर लगा होता हैं।
➤ BA ( Break Assest )-
यह एक आटोमेटिक ब्रेक का कार्य करता है, जब अचानक ब्रेक लगाया जाता है तो यह गति के अनुसार ब्रेक को नियंत्रित कर देता हैं।
By Prashant
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