about speciffic heat/heat capacity/latent heat/from basic/for 10th/12th/ssc/railway/other exam/physics
➤ विशिष्ट ऊष्मा ( Speciffic heat)-
किसी वस्तु के इकाई द्रव्यमान के तापमान को 1⁰C बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊर्जा को विशिष्ट उष्मा कहते हैं।
अलग - अलग पदार्थ का विशिष्ट उष्मा अलग - अलग होता हैं।
जिस वस्तु की विशिष्ट उष्मा अधिक होगी तो वह न जल्द गर्म होगा और न ही जल्द ठण्डा होगा। सर्वाधिक विशिष्ट उष्मा हाइड्रोजन की होती हैं। द्रव में सर्वाधिक विशिष्ट उष्मा जल की होती हैं, इसी कारण इंजन को ठण्डा करने के लिए बनाय गए रेडियटर में जल का प्रयोग करते हैं।
जल का विशिष्ट उष्मा 4200 J/kg K होता हैं या 1 k/g Celsius.
विशिष्ट ऊष्मा को 'S' द्वारा दिखाया जाता हैं।
Q = msΔt
जहां- Q = उष्मा, m = द्रब्यमान, s = विशिष्ट उष्मा, Δt = ताप में परिवर्तन।
➤ उष्मा धारिता ( Heat Capacity)-
किसी वस्तु के तापमान को 1⁰C बढ़ाने के लिए आवश्यक उष्मा उष्मा धारिता कहलाती हैं।
इसे 'H' द्वारा दिखाते हैं।
H = ms
➤ गुप्त उष्मा ( Latent heat)-
किसी वस्तु के आवस्था परिवर्तन के लिए दी गई ऊष्मा गुप्त उष्मा कहलाती हैं। इससे वस्तु का तापमान नहीं बढ़ता हैं। इसे 'L' से दिखाते हैं।
Q = mL
बर्फ → पानी = 80 कैलोरी
जल → वाष्प = 536/540 कैलोरी
अथार्त जल की गुप्त उष्मा 80 कैलोरी और भाप की गुप्त ऊष्मा 540 कैलोरी होता हैं। इसी कारण भाप से जलन अधिक होता हैं।
गर्म तथा ठण्डा दो द्रव को मिलाने पर मान मिश्रण का ताप T होगा तो -
गर्म जल = 𝐦₁, 𝐬₁, 𝐭₁
ठंडा जल = M₂, S₂, t₂
𝐦₁ 𝐬₁ (𝐭₁➖ T) = M₂ S₂ ( T ➖ t₂)
By Prashant
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