about light/reflection of light/inciden ray/angle of incidence/normal/angle of reflection/reflected ray/from basic/all exam/ physics-55
➤ प्रकाश (Light)
प्रकाश एक प्रकार का ऊर्जा है जिसके उपस्थिति में हम किसी वस्तु को देख सकते हैं।
प्रकाश विधुत चुंबकीय तरंग है और स्वभाव में अनुप्रस्थ है। यह विधुतीय रूप से उदासीन है। प्रकाश को चलने के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं हैं।
→निर्वात में प्रकाश का वेग सर्वाधिक 3 X 10৪m/s होता हैं।
जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है तो उसका तरंगदैध्य तथा वेग बदल जाता है किन्तु उसकी आवृति नहीं बदलती है।
जिस माध्यम में प्रकश की चाल घट जाती है उसे सघन माध्यम कहते है। सघन माध्यम में अपवर्तनांक(μ) अधिक होता हैं।
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जिस माध्यम में प्रकाश का चाल बढ़ता है तो उसे विरल माध्यम कहते हैं। विरल माध्यम में अपवर्तनांक (μ) कम होता है।
अपवर्तनांक = निर्वात में प्रकाश की चाल ➗ माध्यम में प्रकश की चाल
➤ प्रकाश का परावर्तन (Reflection of light)-
→जब प्रकाश किसी चिकने तट से टकराने के बाद उसी रास्ते से लौट जाय तो उसे प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
→आने वाली किरणों को आपतित किरण या टकराकर जाने वाली किरण को परावर्तित किरण कहते हैं।
→जिस बिंदु पर आपतित तथा परावर्तित किरण मिलती है वहा खींची गई काल्पनिक रेखा को Normal या अभिलम्ब कहते हैं।
➤ आपतन कोण (ㄑi )-
आपतित किरण व अभिलम्ब के बिच का कोण आपतन कोण कहलाता हैं
➤ परावर्तन कोण (ㄑr )-
परावर्तित किरण व अभिलम्ब के बिच का कोण परावर्तन कोण कहलाता हैं।
➤ परावर्तन के नियम - परावर्तन के दो नियम होते हैं-
1) आपतित किरण, अभिलंम तथा परावर्तित किरण (अपवर्तित ) तीनो ही एक तल में होते हैं।
2) आपतन कोण का मान परावर्तन को बराबर होता है
अथार्त ㄑi = ㄑr
By Prashant
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