about Transfarmer/ट्रांसफार्मर /किसी ट्रांसफार्मर या स्टेप्लाइजर का कटऑफ Voltage/स्टेप्लाइजर/AC Current/प्रत्यावर्ती धारा/DC Current/दृष्टिकारी धारा from basic/physics-74
➤Transfarmer(ट्रांसफार्मर )-
यह एक स्थैतिक युक्ति है। इसको बनाने के लिए नर्म लोहा का प्रयोग किया जाता है।
इसमें नेफ्रया ऑइल का प्रयोग होता है। यह अन्योँप प्रेरण ( Mutual Inducation ) के सिद्धांत पर कार्य करता है।
ट्रांसफार्मर केवल AC पर कार्य करता है। इसे DC से जोड़ने पर ट्रांसफार्मर जल जायगा।
ट्रांसफर्मर की दक्षता ( Rating ) किलो वोल्ट एम्पियर (KVA ) में मापते है जबकि इसके शक्ति को किलो वाट (KW ) में दर्शाते है।
कोई भी ट्रांसफर्मर 90 से 95 % ही दक्ष होता है। ट्रांसफर्मर शक्ति को स्थिर रखता है
P = ↑I V↓
ट्रांसफार्मर जब वोल्टेज बढ़ाएगा तो धारा घटा देता है। इसे Step-Up ट्रांसफार्मर कहते है। ट्रांसफार्मर जब वोल्टेज गिराता है तो धारा उठा देता है। इसे Step-Down ट्रांसफार्मर कहते है। ट्रांसफार्मर शक्ति तथा धारा के आवृति में कोई परिवर्तन नहीं लाता है।
जब ट्रांसफार्मर के द्वितीय कुंडली में फेरो की संख्या अधिक रहती है वह Step-up के भांति कार्य करता है। जब ट्रांसफार्मर के द्वितीय कुंडली में फेरो की संख्या कम रहती है तो उसे Step-down ट्रांसफार्मर कहते है।
r = Ns ➗ Np ,
जहां , Ns = No. of secondry कुंडली, Np = No. of primary कुंडली
Ns ➗ Np = Vs ➗ Vp,
Vs = Secondry voltage, Vp = Primary voltage
➤ किसी ट्रांसफार्मर या स्टेप्लाइजर का कटऑफ Voltage-
वह न्यूनतम वोल्टेज जिसे उठाकर कोई ट्रांसफर्मर 220 V कर दे उस न्यूनतम वोल्टेज को ही कटऑफ वोल्टेज कहते है।
ट्रांसफार्मर या स्टेपलीज़ेर खरीदते समय कटऑफ को कम से कम लेना चाहिए ताकि वह न्यूनतम वोल्टेज को भी बदलकर 220 V कर सके।
➤स्टेप्लाइजर-
यह परिवर्तित फेरो वाला म एक ट्रांसफर्मर होता है जो step-up तथा step-down दोनों का कार्य करता है।
➤AC Current ( प्रत्यावर्ती धारा)-
वैसा Current जो अपनी दिशा तथा परिमाण बदल दे उसे AC Current कहते है।
AC Current में ऊर्जा का हानि कम होती है अतः इसे दूर तक भेजा जाता है।
AC Current को संचित करके नहीं रखा जा सकता है।
AC Current की आवृति 50 Hz होता है।
➤DC Current ( दृष्टिकारी धारा )-
इसका दिशा तथा परिमाण नहीं बदलता है किन्तु इसमें ऊर्जा हानि अधिक होती है। अतः इसे दूर तक नहीं भेजा जाता है।
इसे स्टोर ( संचित ) किया जा सकता है, अतः इसका प्रयोग चार्जिंग के लिए करते है।
AC को DC में बदलने के लिए रेक्टिफायर का प्रयोग करते है।
DC से AC में बदलने के लिए इन्वेर्टर का प्रयोग करते है
By Prashant
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